आरक्षण .........अंजनी कु.

आरक्षण की भरमार है ,शुसासन की चाल है
स्कूलों के नामांकन में आरक्षण
शिक्षा-संस्थानों में आरक्षण
नौकरियों में आरक्षण
चारों ओर आरक्षण ही आरक्षण है |

आरक्षण के कारण साक्षर भी
निरक्षर जैसा हो रहे है
जिन्हें मिलना चाहिए रोजगार
वे वेरोजगार हो रहे है |

नौकरियों में अयोंग्यों की भरमार है
आरक्षियों को काम न करने से सरोकार है
पड़ रहा है गलत प्रभाव उधोगों पर
दिखता नहीं कुछ भी
देश में विकाश का असर |

आरक्षण का प्रभाव
विकाश पर नगण्य नजर आता है
क्योकि ले रहे है वही लाभ
जो इसके जन्मदाता है |

जब भी आती चुनाव की बेला
बढ़ जाती आरक्षण की मान
अपने खामियों को ढाकने हेतु
नेताएं बढ़ा देता है आरक्षण
क्यूंकि इसी पर निर्भर करता है पूरा शुसासन |

विधार्थियों पर लाठी बरसाई जा रही है
क्यूंकि आरक्षण को
जन-जन  में फैलाई जा रही है |

ये आरक्षण, कितनों को पहनाया ताज 
ये आरक्षण कितनो को कर दिया
रोटी से भी मुहताज |
ये आरक्षण बनी सरकार को भी
कितनों बार गिराई है ,
ये आरक्षण , हर रंग में भंग मिलाई है
ये आरक्षण अपने देश में
गजब की करतब दिखाई है |





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